शाहिद अंसारी न्यूज़ एक्सप्रेस
मुंबई । पश्चिम रेलवे Ad rm के एक पत्र ने मोटरमैन और उनके परिवार दोनों को नाराज कर दिया है।दरअसल adrm ने पत्र में मोटरमैन के घरवालों से कहा है कि वो उनके आराम का पुरा ख्याल रखे। इस पर यूनियन का कहना है कि प्रबंधन अपनी खामियां दूर करने के बजाय हमारे परिवारों पर स्ट्रेस की जिम्मेदारी डाल रहा है पश्चिम रेलवे ad rm के पत्र पर हंगामा हो गया है इस पत्र में गाड़ी चलाते समय मोबाईल बंद करने के लिए कहा गया है।यहाँ तक तो ठीक है एक्सीडेंट रोकने के लिए ये जरुरी भी है लेकिन आगे परिवार वालों से मोटरमैन को आराम देने के लिए कहा गया है बस यही बात यूनियन को रास नहीं आ रही उनका कहना है की एक तो प्रशासन उनको आराम नहीं देता वीकली आफ तक उनको मिलता नहीं आराम की प्रॉपर व्यवस्था है और अब हमारी थकान की जिम्मेदारी परिवार वालों पर डालने की कोशिश हो रही है अब इस पत्र को लेकर यूनियन आन्दोलन करने पर विचार कर रही है यूनियन प्रेजिडेंट मोटरमैन देवेन्द्र यादव ने कहा की यह सिर्फ परेशान करने के तरीके ढूंढ सकते हैं उसके अलावा कुछ नहीं ।
पश्चिम रेलवे के मोटर मैन और प्रबंधन के बीच सुविधाओं और सहूलियतों को ले कर लगातार टकराव होता रहा हैअपनी मांगे न मने जाने पर नाराज मोटर मैन कई बार हड़ताल पर भी जा चुके है उनकी शिकायत है कि प्रशाशन हर बार सिर्फ आश्वाशन देता है। लेकिन उनकी मांगे नहीं मानता। और सिग्नल जम्पिंग जैसी गलतियों के लिए मोटर मैन को सजा दी जाती है दूसरी तरफ pro का कहना है कि मोटरमैन के घर वाले भी हमारे परिवार का हिस्सा है इसलिए एक वेलफेयर के तौर पर उठाया गया कदम है उठाया गया है
वेस्टर्न रेलवे पीआरओ शरद चंद्रयान ने कहा की इसमें बुरा मानने जैसी कोई बाया नहीं ।मुंबई में सिर्फ वेस्टर्न रेलवे में 500 मोटरमैन हैं जो 43 लाख यात्रियों को प्रतिदिन ढोते हैं उनका आरोप है की उनको वीकली आफ तक नहीं मिल नही पता रेस्ट की प्रॉपर व्यवस्था है