नोटबंदी के चलते जी.डी.पी. समेत देश के 8 कोर सेक्टर्स की ग्रोथ में बड़ी गिरावट देखने को मिली है. सरकार की ओर से जारी किए गए आंकड़े इसकी तस्दीक करते हैं. केंद्र की ओर से बुधवार को जारी किए गए.
आंकड़ों के मुताबिक वित्त वर्ष 2016-17 में देश की विकास दर 7.1 फीसदी रही. 2016-17 की चौथी तिमाही जनवरी से मार्च के दौरान जी.डी.पी. ग्रोथ महज 6.1 फीसदी पर अटक गई. 2015-16 की तुलना में यह .8 फीसदी की गिरावट है, बीते साल यह आंकड़ा 7.9 फीसदी था. 8 कोर सेक्टर्स की ग्रोथ भी बीते साल के 8.7 फीसदी के मुकाबले 2.5 फीसदी पर आकर ठहर गई है.
सबसे तेज गिरावट कंस्ट्रक्शन सेक्टर की ग्रोथ में देखने को मिली है. बीते साल यह आंकड़ा 6 फीसदी था, जबकि इस साल -3.7 फीसदी की बड़ी गिरावट दर्ज की गई है. वहीं, मैन्युफैक्चरिंग ग्रोथ 5.1 फीसदी रही है. इस तरह कहा जा सकता है कि नोटबंदी के चलते विकास दर में यह बड़ी गिरावट आई है.
यही नहीं बड़े पैमाने पर रोजगार देने वाले मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की ग्रोथ भी 12.7 फीसदी से कम होकर 5.3 फीसदी पर आकर सिमट आ गई है.