By Maeeshat News
हर सवा सेकंड में हिंदुस्तान में एक बच्चा जन्मता है और न जाने कितनी मांएं अपनी बेबसी की वजह से उन्हें गंवा देती हैं कभी गरीबी से तो कभी मज़बूरी से.. .ठीक ऐसा ही मामला सामने आया है जहाँ घर में खाने के लिए कुछ नहीं था तो गरीबी से तंग आकर एक मां-बाप ने अपने ही कलेजे के टुकड़े नवजात दो जुड़वां बच्चों को बेचने की सोची और उन्हें लेकर बाजार निकल पड़े। सड़क किनारे खड़े होकर दोनों लोगों से गुहार लगाने लगे कि कोई इन बच्चों को खरीद लो कुछ पैसे दे दो।
बच्चों को बेचने का मामला जब थाने पहुंचा तो पुलिस तुरत पहुंची और मां-बाप को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो दोनों ने बताया कि घर में खाने के पैसे नहीं हैं आर्थिक तंगी में पहले से ही दो बच्चे हैं, जो भूखे हैं और ये दो जुड़वा बच्चे जिनके लालन-पालन के लिए हम सक्षम नहीं है तो हमने सोचा कि दोनोें को बेच देंगे। यही सोचकर कि बेचकर जो पैसे मिलेंगे उनसे खाने का सामान आ जाएगा
बच्चों को बेचने वाले मां-बाप भागलपुर के दंडखोरा थानाक्षेत्र के भट्ट टोला के रहने वाले हैं। महिला का नाम गुंजा देवी है और उसके पति का नाम सुरेश है।
कहते हैं पेट की भूख सबसे बड़ी होती है, इसी के लिये इंसान हर अच्छे और बुरे कर्म करने के लिये हमेशा तैयार रहता है। और यही भूख तब और ज्यादा बड़ी हो जाती है जब मां-बाप के आगे उसके बच्चे भूख से तड़प रहे हों। जी हां, यहाँ भी इस मां की ममता के आगे पेट की भूख ही भारी पड़ी जिसके कारण उसे यह अमानवीय कदम उठाना पड़ा।
मीडिया सूत्रों के मुताबिक बच्चों के बेचने की बात सुनकर काफी लोग पुलिस थाने पहुंचे हैं और बच्चे को खरीदने के इच्छुक हैं। पुलिस इस मामले को सुलझाने की कोशिश कर रही है।