By Maeeshat News
बिहार राज्य के कई जिले मनरेगा मजदूरों की मजदूरी का भुगतान लंबित पड़ा है। मनरेगा में 14 जनवरी, 2017 के बाद से राज्य कोष में पैसा नहीं होने के कारण लाखों मजदूरों का भुगतान रुक गया है। सरकारी आंकडा के अनुसार 253 करोड़ रु की मजदूरी आज की तारीख में बकाया है। नोटबंदी की मार की वजह से घर लौटे मजदूर इस आस में थे कि मनरेगा से वह अपना खर्च चलाएंगे पर उनकी आस पैसे की कमी की वजह से धरी की धरी रह गयी है।
अरररया के रानीगंज और पलासी ब्लॉक के चाहतपुर पंचायत रह रहे मजदूरों के मुताबिक 26 दिसंबर से 2 जनवरी तक पंचायत में सड़क पर मिटटी भराई का काम किया लेकिन अभी तक उन्हें भी अभी तक भुगतान नहीं हुआ है।
मनरेगा के तहत देरी से भुगतान होने पर 0.05 % प्रतिदिन की दर से मजदूरों को मुआवजा मिलना है पर वह भी लाखों मजदूरों को ये मुआपज नहीं मिल पता है।
सूत्रों के मुताबिक मनरेगा उपायुक्त ने बताया कि लगातार वह उच्चाधिकारियों के संपर्क में हैं। पैसा आते ही मजदूरों का भुगतान कर दिया जाएगा।