By Maeeshat News
हमारे देश में हमेशा से विदेशी कम्पनियों के प्रोडक्ट को लेकर विवाद उठता रहा है। वर्तमान में पेप्सी और कोका कोला को ले कर फिर से विवाद खड़ा हो गया है। संगठनों ने इसके पीछे इन बहुराष्ट्रीय कंपनियां द्वारा राज्य में पानी का गलत इस्तेमाल और पर्यावरण पर पडऩे वाले नुकसान को कारण बताया।
पेप्सी और कोका कोला के खिलाफ आवाज जल्लिकट्टू के समर्थन में हो रहे विरोध प्रदर्शनों के दौरान उठी थी। इस आंदोलन के अन्तर्गत जल्लिकट्टू के समर्थन में सड़क पर उतरे लोगों ने स्थानीय संस्कृति को बढ़ावा देने की मांग करते हुए न सिर्फ PETA (पीपल फॉर एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनिमल्स) का विरोध किया बल्कि अमेरिकी ब्रांड्स पेप्सी और कोक पर भी भड़ास निकाली। अन्य मीडिया श्रोतों के खबर के मुताबिक कुछ होटलों और रेस्टोरेंट ने एक मार्च से भी काफी पहले से ही कोक और पेप्सी बेचना बंद कर दिया था।
पेप्सी और कोका-कोला के बहिष्कार के पीछे बताई गई वजहों में इन प्रॉडक्ट्स की गिरती मांग के साथ साथ किसानों को सूखे के समय फसलों के लिए पानी न मिल पाना,साथ ही ये मल्टी नैशनल कंपनियां ऐसे समय में भी पानी के स्रोतों को गलत इस्तेमाल करना बताया गया है।