मुंबई उत्तर पश्चिम लोकसभा सीट इस चुनाव की वह सीट है जिस पर सभी की नजर रहेगी। यहां कांग्रेस के संजय निरुपम का मुकाबला शिवसेना के गजानन कीर्तिकर से हैं।
पिछले चुनावों के नतीजे बताते हैं कि यहां शिवसेना मजबूत है, लेकिन मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष रहते हुए संजय निरुपम ने जो लोकप्रियता पाई है और जुझारू नेता की है। मतदान क्षेत्र में सांसद कीर्तिकर की पहचान ‘गायब सांसद’ के रूप में है।
वही पिछले पांच साल में कीर्तिकर की लोकसभा में उपस्थित 79 प्रतिशत रही जो देश के औसत से एक प्रतिशत कम है। उन्होंने अपने मतदान क्षेत्र में सिर्फ 29 करोड़ रुपये विकास कार्य पर खर्च किए।
पिछले लोकसभा चुनाव में कीर्तिकर को चार लाख 64 हजार 820 वोट मिले थे जबकि कांग्रेस के गुरुदास कामत को दो लाख 81 हजार 792 वोट मिले। मनसे के महेश मांजरेकर को 66 हजार 088 वोट, आप के मयंक गांधी को 51 हजार 860 मिले थे। लोकसभा के बाद हुए विधानसभा चुनाव में शिवसेना के तीन और भाजपा के तीन विधायक चुनकर आए जबकि कांग्रेस व अन्य किसी दल का खाता ही नहीं खुला।
लोकसभा क्षेत्र में वोटरों की संख्या कम हुई है। सन 2014 के चुनाव में कुल 17 लाख 75 हजार 187 मतदाता थें जबकि इस साल होने वाले चुनाव में 77 हजार 519 वोटरों की संख्या घट गई है। चुनाव आयोग के अनुसार, 31 जनवरी 2019 में कुल 16 लाख 97 हजार 668 मतदाता हैं।
बताते चलें कि इस बार उनका मुकाबला कांग्रेस के संजय निरुपम हैं। निरुपम पहले भी एक बार इस सीट से चुनाव लड़ चुके हैं। तब वे शिवसेना में थे और उन्होंने कांग्रेस के सुनील दत्त के खिलाफ चुनाव लड़ा था।