By Maeeshat News
चुनाव खत्म होते ही राज्यों के मुख्यमंत्री की उम्मीदवारी पर मामला जैसे थम सा गया था। लेकिन जहाँ एक तरफ त्रिवेंद्र रावत उत्तराखंड के मुख्यमंत्री होंगे,वहीँ उत्तर प्रदेश के सीएम के तौर पर मनोज सिन्हा के नाम पर पीएमओ की मंजूरी दे दी है।
मनोज सिन्हा बीएचयू छात्रसंघ के अध्यक्ष रह चुके हैं। इसके अलावा वे टेलीकॉम मिनिस्टर भी रह चुके हैं। शनिवार को विधायक दल की बैठक होगी, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी भी शिरकत करेंगे। हालांकि पहले मनोज सिन्हा ने सीएम पद के उम्मीदवार की रेस में अपना नाम शामिल किए जाने से इंकार किया था। लेकिन अब खबर आई है कि उनके नाम पीएमओ ने मुहर लगा दी है, अब इंतजार है तो सिर्फ औरचारिक एलान का। बताया जा रहा है कि सोमवार को मनोज सिन्हा यूपी के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण करेंगे। इस रेस में राजनाथ सिंह और योगी आदित्यनाथ का नाम भी आगे था।
वहीँ 56 साल के रावत धोईवाला विधानसभा सीट से विधायक रहें हैं। रावत को भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह का करीबी माना जाता है और उत्तर प्रदेश में 2014 के लोकसभा चुनाव में उनके साथ काम भी कर चुके हैं। रावत झारखंड भाजपा के इंचार्ज हैं। ये साल 1983 से लेकर 2002 तक संघ से जुड़े रहे हैं, इस दौरान रावत के पास पहले सचिव की जिम्मेदारी थी, उसके बाद पूरे राज्य की जिम्मेदारी इन्हें सौंप दी गई थी।