मुंबई। महाराष्ट्र के विभिन्न भागों से मराठा समुदाय से ताल्लुक रखने वाले लाखों लोगों ने आज नौकरियों और शिक्षा सहित अन्य विभागों में आरक्षण की मांग लेकर सरकार पर दबाव बनाने के लिए यहां मार्च निकाला. जिसका मुस्लिम समुदाय के लोगों ने पानी और शरबत पिला कर स्वागत किया, मुंबई की सड़कों पर मराठा क्रांति मोर्चा की ओर से निकाले गए मार्च के बाद राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बड़ा ऐलान किया है. फडणवीस ने विधानसभा में ऐलान किया है कि मराठा समुदाय के छात्र-छात्राओं को शिक्षा में ओबीसी के बराबर आरक्षण दिया जाएगा, साथ ही हर जिले में मराठा हॉस्टल बनाए जाएंगे.
साथ ही इनकी मांगों को देखते हुए फडणवीस सरकार ने मंत्रियों और विपक्षी नेताओं की एक समिति बनाने का फैसला किया है. सरकार ने कहा है कि यह समिति मराठा समाज के प्रतिनिधियों से वार्ता करेगी और कोई हल निकालेगी. सीएम ने विधानसभा में कहा कि मराठा आरक्षण की मांग को बैकवर्ड क्लास कमिशन को रिफर कर दिया है, जो मराठाओं को आरक्षण देने के आधार और संभावनाओं का अध्ययन करेगा. साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार कमिशन से निवेदन करेगी कि वह तेजी से काम करे और अपनी रिपोर्ट हाईकोर्ट में जमा करे.
कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में आज सुबह भायखला में जीजामाता उद्यान से मौन मार्च निकाला. मार्च में शामिल होने वाले लोग भगवा झंडे लिए थे.निजी वाहनों के साथ साथ सार्वजनिक वाहनों से लोग सवेरे से ही यहां पहुंचने लगे थे. पुलिस और यातायात कमिर्यों को भारी संख्या में आने वाले लोगों और मुंबई में वाहनों को नियंत्रित करने के लिए तैनात किया गया था.
मुंबई के मशहूर ‘डब्बावाले’ लोगों में से अधिकांश लोग मराठा समुदाय से ताल्लुक रखने वाले लोग हैं और उन्होंने भी मार्च में हिस्सा लिया. औरंगाबाद में इस तरह के पहले प्रदर्शन के ठीक एक साल बाद यह मराठा समुदाय का 58 वां मार्च था. कई मराठा समूहों के संरक्षक संगठन सकल मराठा समाज ने मार्च का आयोजन किया था.
जुलाई 2016 में अहमदनगर जिले के कोपारदी गांव में मराठा समुदाय की 14 वर्षीय लड़की से बलात्कार और उसकी नृशंस हत्या की घटना के बाद राज्य के विभिन्न हिस्सों में इस तरह के ‘मूक मोर्चा’ का आयोजन किया गया था.
पुलिस ने बताया कि मार्च को देखते हुये जेजे फ्लाईओवर को यातायात के लिए बंद कर दिया गया. एहतियाती उपाय के तहत आज दक्षिण मुंबई में स्कूलों को बंद कर दिया गया. मराठा मोर्चा आजाद मैदान में खत्म होगा.
आजाद मैदान में मुंबई बीजेपी अध्यक्ष आशीष शेलर के आयोजन स्थल पर पहुंचने पर लोगों ने नारेबाजी की. अभियान में शामिल कुछ लोगों ने कहा कि वे इसमें किसी प्रकार का राजनीतिक हस्तक्षेप नहीं चाहते हैं. शेलर ने इन खबरों को गलत बताया कि आजाद मैदान में उन्हें रोका गया ओर उनके साथ हाथापाई की गई.