By Maeeshat News
उत्तर प्रदेश के मीट कारोबारियों ने सरकार के फैसले के खिलाफ सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए है। मीट कारोबारियों का सरकार पर यह भी आरोप है कि नगर निगम उनकी दुकान का लाइसेंस रिन्यू नहीं कर रहा है।
राजधानी लखनऊ समेत प्रदेश के अनेक जिलों में बूचड़खाने बंद किये जाने की वजह से मांसाहार परोसने वाले होटलों और रेस्त्रां में व्यंजन बनाने के लिये मटन और चिकन का इस्तेमाल किया जा रहा था. अब मटन और चिकन बेचने वालों की हड़ताल की वजह से ये सभी प्रतिष्ठान बंदी की कगार पर पहुंच गये हैं.
एसोसिएशन के अध्यक्ष मोहम्मद रिजवान सिद्दी ने बताया कि जहां एक तरफ सरकार की ओर से कार्रवाई की जा रही है तो वहीं दूसरी तरफ इनका लाइसेंस नवनीकरण नहीं किया जा रहा. वहीँ, लखनऊ बकरा गोश्त व्यापार मंडल के पदाधिकारी मुबीन कुरैशी ने कहा, ‘हमने अपनी हड़ताल को और तेज करने का फैसला किया है. मांस की सभी दुकानें बंद रहेंगी।
गाजियाबाद में जिला प्रशासन ने 15 बूचड़खानों को बंद कराया. पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए कैला भट्टा इलाके के दर्जनभर अवैध बूचड़खानों को बंद करवा दिया. ये सभी बूचड़खाने अवैध रूप से चल रहे थे. बूचड़खाने बंद होने से इनसे जुड़े लोग बेरोजगार हो रहें हैं।