By Maeeshat News
भारत की राजनीति आज जिस मुकाम पर है और आगे जहां जाने वाली है उसमें महाराष्ट्र के मालेगांव की नगर पालिका का चुनाव हकीकत बयां करता है. भाजपा ने प्रचार किया हुआ है कि तीन तलाक से मुस्लिम महिलाएं भाजपा की दिवानी हो रही हैं. यूपी के चुनाव के वक्त लखनऊ में भी मुस्लिम महिलाओं ने भाजपा को वोट दिए. इस फिजूल के प्रचार का परीक्षण अभी मालेगांव में हुआ.
84 सीटों की मालेगांव नगर पालिका क्षेत्र में 80 प्रतिशत आबादी मुस्लिम है। इस हकीकत की वजह से भाजपा ने 27 उम्मीदवार मुसलमान खड़े किए. सबका साथ, सबका विकास और तीन तलाक से महिलाओं के अधिकार की नारेबाजी के बीच भाजपा उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा.
महाराष्ट्र के पनवेल, भिवंडी और मालेगांव नगर निगम चुनावों के नतीजे सामने आ गए है. मालेगांव महानगरपालिका के लिए बुधवार को हुए चुनाव में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है. वहां कांग्रेस और एनसीपी के बीच कांटे की टक्कर देखने मिली.
84 सीटों में से कांग्रेस को 28 सीट मिली तो वहीं एनसीपी-जनता दल गठबंधन के 26 पार्षद जीते. जबकि बीजेपी 9 सीट के साथ चौथे नम्बर पर है.असदुद्दीन ओवेसी की पार्टी एमआईएम ने 7 सीटों पर जीत दर्ज कर ली है.
इसके अलावा शिवसेना को 13 और अन्य के हिस्से में 7 सीटें मिली हैं. याद रहे मालेगांव में भारतीय जनता पार्टी ने 29 मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट दिए थे.
मालेगांव नगर निगम(एमएमसी) में एनसीपी-एआईएमआईएम गठबंधन सत्ता में था. नतीजें सामने आने के बाद शिवसेना और एमआईएम किंग-मेकर की भूमिका निभा सकती है. अब ऐसे में देखना होगा स्पष्ट बहुमत के अभाव में इस बार सत्ता किस को मिलती है.