Generic selectors
Exact matches only
Search in title
Search in content
Post Type Selectors
Generic selectors
Exact matches only
Search in title
Search in content
Post Type Selectors

भाजपा में लोकतंत्र अब तानाशाही में बदल गया: शत्रुघ्न सिन्हा

by | Jul 4, 2025

भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए शत्रुघ्न सिन्हा ने शनिवार को दावा किया कि भाजपा में लोकतंत्र को तानाशाही बदल दिया गया जिसकी वजह से उन्हें इस पार्टी से अलग होना पड़ा।

सिन्हा यह भी कहा कि वह उस कांग्रेस में शामिल हुए हैं जिसका देश की आजादी में सबसे बड़ा योगदान है।

उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को ‘देश का भविष्य’ करार देते हुए कहा कि गांधी एक बहुआयामी और दूरदर्शी नेता के तौर पर सामने आए हैं।

कांग्रेस में शामिल होने के बाद सिन्हा ने संवाददाताओं से कहा, ‘भाजपा में मेरी परवरिश हुई। धीरे धीरे मैं आगे बढ़ता गया। बाद में परिवर्तन शुरू हुआ, लेकिन वह परिवर्तन अच्छा नहीं था। धीरे धीरे भाजपा में लोकतंत्र तानाशाही में बदल गया।’ उन्होंने कहा कि बड़े महारथियों को मार्गदर्शकमण्डल में डाल दिया जिसकी कोई बैठक नहीं हुई। यशवंत सिन्हा, मुरली मनोहर जोशी, सुमित्रा महाजन और अरुण शौरी के साथ क्या किया गया, सबको पता है।

सिन्हा ने कहा कि आज तक उनके ऊपर किसी तरह आरोप खासकर भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लगा। इसके बावजूद उनसे दूरी बनाई गई।

नोटबन्दी और जीएसटी को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘100 स्मार्ट सिटी का वादा किया लेकिन एक भी स्मार्ट नहीं दिखा सकते। मैंने देश हित की बात की थी। कभी राफेल या किसी दूसरे मामले में कमीशन नहीं मांगा। कोई डील नहीं की।’ उन्होंने दावा किया कि ‘वन मैन शो’ और ‘टू मैन आर्मी’ वालों के पैमाने पर जो खरा नहीं उतरा उसे किनारे लगा देते हैं। अब तो आडवाणी जी को भी ब्लॉग लिखना पड़ा।

-PTI

Recent Posts

महाराष्ट्र का नायक कौन

चुनावी दंगल में हर कोई मंगल मना रहा है लेकिन जनता किसके साथ है अब भी केवल अटकलें ही लगाई जा रही हैं लेकिन पिछले कुछ दिनों से पंकजा मुंडे की संघर्ष यात्रा चर्चा में है और जनता नई पीढ़ी को जांचना चाहती है मुंबई से दानिश रेयाज़ की रिपोर्ट मुंबई कांग्रेस अल्पसंख्यक सेल के...

भारत का इज़राइल के खिलाफ वोट

रविश कुमार एन डी टी वी नई दिल्ली: नमस्कार मैं रवीश कुमार। संयुक्त राष्ट्र की मानवाधिकार परिषद में भारत ने इज़राइल के खिलाफ वोट किया है। क्या भारत ने ऐसा कर उन लोगों को चौंका दिया है जो इज़राइल का साथ दे रहे थे और सरकार से कह रहे थे कि उसे 2014 के चुनावों में अस्वीकार कर...

1960 और 1970 के दशक के माया नाज़ क्रिकेट खिलाड़ी सलीम दुर्रानी से दानिश रियाज की विस्तृत मुलाकात

1960 और 1970 के दशक के माया नाज़ क्रिकेट खिलाड़ी सलीम दुर्रानी से दानिश रियाज की विस्तृत मुलाकात प्र: आपका प्रारंभिक जीवन कैसा रहा, काबुल से हिंदुस्तान तक का सफ़र कैसा रहा? उ.: ये 1928-29 की बात है कि मेरे दादा नाना अफ़ग़ानिस्तान के शाह अमानुल्ला खान के यहां नौकरी...