फोर्तालेजा (ब्राजील): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पहले बहुपक्षीय मेलमिलाप वाले कार्यक्रम ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की आज यहां शुरुआत हो गई। सम्मेलन की शुरुआत इस समझ के साथ हुई कि सौ अरब डॉलर के प्रस्तावित ‘ब्रिक्स विकास बैंक’ में पांचों सदस्य देशों की समान हिस्सेदारी होगी।
विदेश मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, इस बैंक का यह नाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ही सुझाया था और इसके पहले अध्यक्ष भारत से ही होंगे। यह पद बारी-बारी से सभी सदस्य देशों को मिलेगा।
इस नए बैंक का मुख्यालय चीन की वित्तीय गतिविधियों के मुख्य केंद्र शांघाई में होने की उम्मीद है। हालांकि, भारत इसका मुख्यालय नई दिल्ली में रखे जाने पर जोर देता रहा है। वहीं सूत्रों ने बताया कि इस बैंक में सभी सदस्य देशों की समान हिस्सेदारी की भारत की मांग को मान लिया गया है। यह बैंक ब्रिक्स देशों में बुनियादी ढांचा व विकास परियोजनाओं का वित्तपोषण करेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमिर पुतिन, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकब जूमा और ब्राजील की राष्ट्रपति दिल्मा रोसेफ भी शिखर सम्मेलन में भाग लेने पहुंची हैं।
समुद्र के किनारे बसे ब्राजील के इस शहर में ब्रिक्स के छठे शिखर सम्मेलन का आयोजन हो रहा है जिसमें वैश्विक आर्थिक, राजनीतिक व सामरिक महत्व के मसलों पर विचार विमर्श किया जाएगा।
मोदी का सम्मेलन केंद्र पर रोसेफ ने गर्मजोशी से हाथ मिलाकर स्वागत किया। दोनों में संक्षिप्त बातचीत के बाद फोटो खिंचवाने का दौर चला। ब्रिक्स बैठक के बाद इसके निष्कर्षों पर फोर्तालेजा घोषणापत्र जारी किए जाने की उम्मीद है।