
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन 28 अगस्त, 2014 को नई दिल्ली में ‘प्रधानमंत्री जन-धन योजना (पी.एम.जे.डी.वाई)’ के शुभारंभ के अवसर पर दीप प्रज्ज्वलित करते हुए।
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विज्ञान भवन में अपनी महत्वाकांक्षी योजना का शुभारंभ कर दिया है। इस योजना के तहत देश में जिन लोगों के पास अब तक बैंक अकाउंट नहीं हैं, उन सभी का इस जन-धन योजना के तहत बैंक अकाउंट खोला जाएगा। अकाउंट खुलते ही खाता धारकों को 1 लाख के बीमा की सुविधा भी दी जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार का लक्ष्य है कि योजना के पहले दिन करीब 1 करोड़ लोगों को यह सुविधा मुहैया कराई जाए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जन-धन योजना की लॉन्च करने के अवसर पर कहा, सबको अर्थव्यवस्था से जोड़ना होगा। 40 फीसदी लोग अर्थव्यवस्था से अलग हैं।उन्होंने ने कहा कि इस योजना की घोषणा 15 अगस्त को थी और 15 दिन में यह योजना लागू हो गई।
इस योजना के आगाज के मौके पर देशभर के प्रमुख शहरों में करीब 76 समारोह आयोजित किए जा रहे हैं। इन समारोह में केंद्रीय मंत्रियों और राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल होंगे। इस योजना के शुभारंभ के अवसर पर सार्वजनिक बैंकों की विभिन्न शाखाएं ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में 60 हजार से भी ज्यादा शिविरों का आयोजन करेंगी।
पीएम मोदी के भाषण के मुख्य अंश –
-यह इतिहास है कि एक दिन में 1.5 करोड़ लोगों के बैंक खाते खुले, बीमा हुआ
-26 जनवरी, 2015 से पहले खाता खुलवाने वालों को एक लाख रुपये के दुर्घटना बीमा के अलावा 30,000 रुपये का जीवन बीमा भी मिलेगा
-15 अगस्त, 2015 तक हर पांच किलोमीटर पर एक बैंक होगा
-बैंक खाते का अर्थ देश की अर्थव्यवस्था की मुख्यधारा में शामिल होना है
-देश के नागरिकों का आर्थिक मुख्यधारा में शामिल न होना आर्थिक छुआछूत
-बैंक खातों की बदौलत महिलाओं का जीवन बदल जाएगा, वे हमें आशीर्वाद देंगी
-15 दिन के भीतर योजना को लागू किया, और डेढ़ करोड़ घरों तक पहुंचे
-अधिकतर गैर-हिन्दी भाषियों ने सुझाया योजना के लिए हिन्दी में नाम, यही है एकीकरण
-जन-धन योजना की बदौलत गरीबों को गरीबी से लड़ने के लिए नई और अधिक शक्ति मिलेगी