प्रमोद राय, नई दिल्ली
डीडीए की ओर से 27,000 नए फ्लैट लाने के ऐलान, लैंड पूलिंग पॉलिसी और एनसीआर के साथ बेहतर होती कनेक्टिविटी ने दिल्ली में प्रॉपर्टी की कीमतों पर दबाव बढ़ा दिया है। अप्रैल से जून तिमाही में ज्यादातर इलाकों में रिहायशी प्रॉपर्टी की कीमतें 9 पर्सेंट तक गिरी हैं, जबकि किराए में 7 पर्सेंट की कमी दर्ज की गई है।
दिल्ली में 20 से 40 लाख रुपये के बजट में मकानों की डिमांड 8 पर्सेंट बढ़ी है, जबकि इस रेंज में सप्लाई 2 पर्सेंट कम हुई है। 2 करोड़ रुपये से ज्यादा कीमत वाले मकानों की उपलब्धता बढ़ी है, हालांकि इस सेग्मेंट में डिमांड स्थिर है।
मैजिकब्रिक्स डॉट कॉम के पहली तिमाही के प्रॉपइंडेक्स के मुताबिक दिल्ली के 60 पर्सेंट इलाकों में प्रॉपर्टी के दाम (कैपिटल वैल्यू) गिरे हैं, जबकि 80 पर्सेंट इलाकों में रेंटल वैल्यू घटी है। रोहिणी सेक्टर 24 में मकानों के दाम मार्च में खत्म तिमाही के मुकाबले 9 पर्सेंट तक घटे हैं। विकासपुरी और द्वारका के ज्यादातर सेक्टरों में 6 पर्सेंट की गिरावट दर्ज की गई है। जिन इलाकों में प्रॉपर्टी की कीमतों में मामूली इजाफा हुआ है उनमें कालकाजी, वसुंधरा एन्क्लेव और हौजखास शामिल हैं।