By Maeeshat News
नोटबंदी के बाद जो सबसे ज्यादा चर्चा का मामला बना हुआ है वो है जनधन खातें। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सत्ता संभालते ही सबसे पहले उन लोगों से बैंक अकाउंट खुलवाने की अपील की जिन्होंने अभी तक बैंक का मुंह नहीं देखा था। सरकार ने मुफ्त में लोगों का अकाउंट खुलवाया। अकाउंट तो खुल गए थे लेकिन उसमें पैसे कम ही दिखाई देते थे।
सरकार की नोट बंदी की घोषणा के बाद इन खातों में पैसा जमा होना शुरु हो गया। जन धन खातों में फिर से रौनक लौटने लगी है। दिसंबर में जनधन खातों से पैसे निकासी का जो सिलसिला शुरू हुआ था, वह अब रुक गया है।
वित्त मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक जन धन खातों में जमा राशि अब बढ़ने लगी है। 5 अप्रैल को समाप्त हुए सप्ताह के दौरान जन धन खातों में कुल शेष में एक हजार करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई। अब यह शेष 63,971.38 करोड़ रुपये हो गया है।
वित्त मंत्रालय के मुताबिक, 29 मार्च को जन धन खातों में कुल शेष 62,972.42 करोड़ रुपये था।
बता दें कि इससे पहले 7 दिसंबर को इन खातों में कुल जमा 74,610 करोड़ रुपये पर दर्ज किया गया था। जो कि अब तक का रिकॉर्ड उच्च स्तर है। इसके बाद में इसमें धीरे-धीरे गिरावट आनी शुरू हो गई थी।
बता दें कि सरकार ने जन-धन योजना को अगस्त 2014 में लॉन्च किया था। इस योजना का उद्देश्य गरीब लोगों को बैंकिग सुविधाओं का लाभ देना था, जिससे वह बचत और बैंक लोन जैसी सुविधाओं का लाभ ले सकें।