दलित मीडिया एडवोकेसी का उद्देश्य स्वतन्त्र समाचार माध्यम खड़ा करना नहीं अरुन खोटे दलित मीडिया वाच टीम दलित संगठन, नेटवर्क और आन्दोलन पूरे मीडिया को खारिज कर देते हैं lक्या यही पूर्ण सच्चाई है ? मीडिया में दलितों के मुद्दे नहीं है और उनका प्रतिनिधित्व भी नहीं है l...
मुफ्तखोरी की लत
विकल बेकार पुराने कलमबाज हैं लेकिन उनकी लफ्फाजी आमतौर पर संपादकों के पल्ले नहीं पड़ती, इसलिए उन्होंने छपास से तौबा कर लिया। मस्तमौला और हमेशा चलायमान होने की वजह से उनको अखबारों की नौकरी भी रास नहीं आई, सो अपने को बेकार घोषित करते हुए निकल पड़े देश की खाक छानने।...
अकलियत का अकाल
नई-नवेली लोकसभा में मुसिलम समुदाय का प्रतिनिधित्व अब तक का सबसे कम क्यों है? और इसके क्या परिणाम देखने को मिल सकते हैं? अतुल चौरसिया सोलहवें लोकसभा चुनाव के नतीजे आ चुके हैं. अब नतीजों की चीरफाड़ का समय है. ज्यादातर चुनावों की तरह इस बार भी कई रिकॉर्ड बने हैं, कई...
धैर्य रखें, सुरक्षित यात्रा करें
डॉ. के.परमेश्वरन ज्ञान पीठ पुरस्कार से सम्मानित केरल के विख्यात लेखक श्री एस.के.पोट्टीकाट ने अपनी लंदन यात्रा का विवरण देते हुए सड़क पर लगे एक साइन बोर्ड का जिक्र किया था, जिस पर लिखा था-सड़कें पार करने में उतावलेपन से अस्पतालों में मरीज बढ़ते है। यह बात चौकीदार...